यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा 2020 में वसुंधरा की रहने वाली अपाला मिश्रा ने 9वीं व प्रताप विहार निवासी हर्षिका ने 169 रैंक हासिल कर जनपद का नाम रोशन किया है। बस्ती की रहने वाली अपाला परिवार के साथ गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर पांच स्थित ओलिव काउंटी में रहते हैं। उनके पिता अमिताभ मिश्रा आर्मी में कर्नल और बड़े भाई अभिलेख मेजर हैं।
माता अल्पना मिश्रा दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी फैकल्टी में प्रोफेसर हैं। अपाला मिश्रा ने 10वीं तक की पढ़ाई देहरादून और 11वीं व 12वी की पढ़ाई रोहणी दिल्ली से की। वर्ष 2017 में हैदराबाद से बैचलर आफ डेंल सर्जरी की पढ़ाई कर डाक्टर बनीं। अपाला मिश्रा का कहना है कि तीसरी बार परीक्षा में सफलता हासिल की।
हर्षिका ने पिता दिया सफलता का श्रेय
हर्षिका अपनी सफलता का श्रेय वह अपने पिता को देना चाहती है। उनका कहना है पिता ने लगातार उन्हें मोटिवेट किया और आज वह आईएएस बन सकी। हर्षिका के पिता अवधेश कुमार सिंह एक बिजनेस मैन है, जबकि माता स्नेह प्रभा गृहणी है। हर्षिका सिंह ने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की है। हर्षिका सिंह का कहना है कि सच्ची लगन व मेहनत से किया गया कार्य कभी भी बेकार नहीं जाता। मंजिल को पाने के लिए लगातार प्रयास से वह आखिर मिल ही जाती है।
उन्होंने बताया कि वह आठ से दस घंटे प्रतिदिन स्टडी करती थी। हर्षिका सिंह पढ़ाई में शुरू से ही होशियार थी, उन्होंने डीपीएसजी स्कूल से 12वीं में 94 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके बाद आईईटी लखनऊ से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पढ़ाई पूरी होने के बाद बचपन से लोगों की मदद करने के जज्बा ने आईएएस की तैयारी करने का निर्णय लिया और एक साल की कोचिंग भी की। पहले प्रयास में प्री परीक्षा में सफलता नहीं मिली, दूसरे में इंटरव्यू तक ही पहुंच सकी, लेकिन पिता के लगातार प्रेरित करते रहने और आईएएस बनने की जिद्द ने तीसरे प्रयास में सफलता दिला दी। बेटी के आईएएस में चयन होने पर परिवार में खुशी की लहर है। बधाई देने के लिए रिश्तेदार व आसपास के लोगों घर पहुंच रहे है।
यूपीपीसीएस में मिली थी 15वीं रैंक
यूपीएससी से पूर्व हर्षिका सिंह यूपीपीसीएस भी क्लीयर कर चुकी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने यूपीपीसीएस रिजल्ट में 15वीं रैंक हासिल कर एसडीएम के लिए सलेक्ट हो चुकी है। बताया कि यदि वह इस बार यूपीएससी में सलेक्ट नहीं हो पाती तब वह यूपीपीएससी सेवा ज्वाइंन कर लेती।